relationship manager क्या होता है rM का कार्य वेतन और कैसे बने जानिए

इस पोस्ट में हम आपको रिलेशनशिप मॅनेजर क्या होता हैं , रिलेशनशिप मॅनेजर क्या कार्य करता हैं , रिलेशनशिप मॅनेजर कैसे बनें और रिलेशनशिप मॅनेजर बनने के लिए योग्यता , रिलेशनशिप मॅनेजर बनने के लिए काॅलेज इसके बारे में जानकारी देने वाले हैं ‌। तो आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़े पूरी जानकारी आपको मिलने वाली है :-

दोस्तों , आप सभी ने कभी ना कभी रिलेशनशिप मॅनेजर का नाम जरुर सुना होगा । अगर आपको रिलेशनशिप मॅनेजर क्या होता हैं यह पता नहीं हैं तो आप हमारी यह पोस्ट पढ़कर रिलेशनशिप मॅनेजर क्या हैं इसके बारे में जरुर जान लेंगे । कोई भी बिजनेस हो या बैंक हो या अन्य कोई भी प्रोफेशनल इंस्टिट्यूट हो उसमें रिलेशनशिप मॅनेजर होना बहुत जरूरी होता हैं । कोई भी बिजनेस हो उसमें ग्राहकों के साथ अच्छे संबंध बनाकर रखना बहुत जरूरी होता हैं । ग्राहकों के साथ अच्छे संबंध बनाकर रखने का कार्य ही रिलेशनशिप मॅनेजर करता हैं । इसी के बारे में हम आपको इस पोस्ट में आगे बताने वाले हैं । रिलेशनशिप मॅनेजर क्या होता हैं , रिलेशनशिप मॅनेजर क्या कार्य करता हैं , रिलेशनशिप मॅनेजर कैसे बनें और रिलेशनशिप मॅनेजर बनने के लिए योग्यता , रिलेशनशिप मॅनेजर बनने के लिए काॅलेज इसके बारे में विस्तार में जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारी यह पोस्ट अंत तक जरुर पढ़े ।

रिलेशनशिप मॅनेजर क्या होता हैं , रिलेशनशिप मॅनेजर क्या कार्य करता हैं
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रिलेशनशिप मॅनेजर क्या होता हैं –

किसी भी बिजनेस या बैंक में ग्राहकों के साथ अच्छे संबंध बनाकर रखना बहुत जरूरी होता हैं ‌। कोई भी बिजनेस अच्छा चलने के लिए ना सिर्फ वस्तु और सेवा अच्छी होनी जरूरी होती हैं बल्की ग्राहकों के साथ अच्छे संबंध बनाकर रखना भी बहुत जरूरी होता हैं । ग्राहकों के साथ अच्छे संबंध बनाकर रखने का कार्य रिलेशनशिप मॅनेजर करता हैं । किसी भी बिजनेस या बॅंक में रिलेशनशिप मॅनेजर की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती हैं । जिस बिजनेस या बैंक में रिलेशनशिप मॅनेजर अच्छे से कार्य कर रहा हो वह बिजनेस बहुत बढ़ जाता हैं । कंपनी में भी रिलेशनशिप मॅनेजर की जरूरत होती हैं । रिलेशनशिप मॅनेजर कंपनी और उनके पार्टनर के बीच में भी अच्छे संबंध बनाकर रखने का कार्य करता हैं ।

रिलेशनशिप मॅनेजर के कार्य –

रिलेशनशिप मॅनेजर का कार्य बिजनेस या बैंक के ग्राहकों के बीच और कंपनी और कंपनी के पार्टनर के साथ अच्छे संबंध बनाकर रखना यह होता हैं । बैंक में रिलेशनशिप मॅनेजर बचत खाते की और लोन फाइल की जांच करने का कार्य करता हैं ‌। रिलेशनशिप मॅनेजर बिज़नेस और ग्राहकों के बीच विश्वास बनाकर रखने का कार्य करता है । बैंक मैनेजर प्रेजेंटेशन बनाने का और ग्राहकों को बैंक वित्तीय समस्या मैं कैसे मदद कर सकती हैं यह बताने का कार्य करता हैं ।

रिलेशनशिप मॅनेजर बनने के लिए योग्यता –

  • रिलेशनशिप मॅनेजर बनने के लिए आपका 12 th पास होना जरूरी है ।
  • 12 th के बाद कुछ काॅलेज में डाइरेक्ट 12 th के बेसिस पर एडमिशन दिया जाता हैं । कुछ काॅलेज में एंट्रेंस एग्जाम लेकर एडमिशन दिया जाता हैं तब आपको एडमिशन मिलने के लिए एंट्रेंस एग्जाम में अच्छे अंक लेकर आना जरूरी होता हैं ।

रिलेशनशिप मॅनेजर कैसे बनें ? –

अगर आप रिलेशनशिप मॅनेजर बनना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको 12 th पास करना जरूरी हैं । अगर आप अच्छे काॅलेज में एडमिशन लेना चाहते हैं तो 12 th में अच्छे मार्क लाने की कोशिश करें ।

एंट्रेंस एग्जाम ( प्रवेश परिक्षा ) दें –

कुछ काॅलेज 12 th के बेसिस पर आपको इस कोर्स के लिए एडमिशन देते हैं तो कुछ काॅलेज एडमिशन के लिए प्रवेश परिक्षा भी लेते हैं । अगर आप जिस काॅलेज में एडमिशन लेना चाहते हैं उस काॅलेज में प्रवेश परिक्षा दें रहे हो तो आप अच्छे से स्टडी करें और प्रवेश परिक्षा में अच्छे मार्क लेकर आए क्योंकी आपको एडमिशन आसानी से मिल जाए ।

काॅलेज में एडमिशन ले और कोर्स कंप्लीट करें –

अगर आप जिस काॅलेज में एडमिशन लेना चाहते हैं उस काॅलेज में 12 th बेसिस पर एडमिशन दे रहे हैं तो 12 th के बाद एडमिशन ले और आप जिस काॅलेज में एडमिशन लेना चाहते हैं उस काॅलेज में एंट्रेंस एग्जाम के बाद एडमिशन दे रहे हैं तो 12 th के बाद एंट्रेंस एग्जाम देकर एडमिशन ले । एडमिशन मिलने के बाद अच्छे से स्टडी करके अपना कोर्स कंप्लीट करें । इसके बाद आप जाॅब के लिए अप्लाई कर सकते हैं ।

रिलेशनशिप मॅनेजर कोर्स के लिए मुख्य काॅलेज –

  • इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मॅनेजमेंट अहमदाबाद और कोलकाता
  • मणिपाल यूनिवर्सिटी कर्नाटक
  • इंस्टीट्यूट ऑफ मॅनेजमेंट टेक्नोलॉजी गाजियाबाद
  • मॅनेजमेंट डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट गुड़गांव
  • इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ बॅंकिंग ॲंड फाइनांस मुंबई
  • TKWAS इंस्टीट्यूट ऑफ बॅंकिंग ॲंड फाइनांस न्यु दिल्ली
  • सिंबोसिस इंटरनेशनल युनिवर्सिटी मुंबई

रिलेशनशिप मैनेजर कितने तरह के होते हैं?

आपकी जानकारी के लिए बता दे की रिलेशनशिप मैनेजर दो प्रकार के होते हैं। तो चलिए जानते हैं उन दो प्रकार के बारे में।

  1. बिजनेस रिलेशनशिप मैनेजर
  2. कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजर

बिजनेस रिलेशनशिप मैनेजर

पहले प्रकार जिसका नाम बिजनेस रिलेशनशिप मैनेजर है। उसका जरूरी काम कंपनी के बीच एक अच्छा पॉजिटिव और हेल्दी रिलेशन बनाने का होता है। जो भी बिजनेस रिलेशनशिप मैनेजर होता है उसका काम होता है। उन टीमों को देखने का जो की फाइनेंस, इन्वेस्टमेंट और बजट की जांच कर रहे हो। इसके साथ-साथ एक रिलेशनशिप मैनेजर काफी जरूरी जानकारी भी देता है। जो रिसोर्सेस के स्मूथली इस्तेमाल को स्पष्ट करती है। एक बिजनेस रिलेशनशिप मैनेजर का काम बात करना, साथ ही लोगों के पर्सनल परेशानियों को सॉल्व करने का होता है। और साथ ही जब भी जरूरत पड़े तो अलग-अलग प्रपोजल पर बात करना भी होता है।

कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजर

अब बात करते हैं रिलेशनशिप मैनेजर के दूसरे प्रकार की जो है कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजर। तो इस तरह के रिलेशनशिप मैनेजर का काम कस्टमर और कंपनी दोनों के लिए होता है। कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजर के नाम से ही पता चल रहा है कि वह लोग सीधे कस्टमर के साथ ही काम करते हैं और उनकी ही परेशानियों को हल करते हैं। वह नए पहलू से कुछ भी सोच कर बिक्री के लिए नए-नए इतिहास खोजता है। इसके साथ-साथ वह अपने ग्राहकों को अच्छे से अच्छे लाभ को प्राप्त करवाने में काफी मदद प्रदान करता है।

रिलेशनशिप मैनेजर की सैलरी कितनी होती है?

आपकी जानकारी के लिए बता दे की आजकल किसी भी काम का कोई फिक्स पैसा नहीं होता है। एक इंसान के काम करने का एक्सपीरियंस, उसका काम करने का तरीका, वह कितने समय काम करता है। यह सब चीज देखकर ही कोई भी कंपनी उसकी सैलरी तय करती है। केवल एक सरकारी नौकरी है जिसमें की तय की हुई सैलरी मिलती है।

वैसे बात की जाए शुरुआती वेतन की तो एक रिलेशनशिप मैनेजर को शुरुआत में तकरीबन 20 से 25000 रुपए प्रति महीने सैलरी दी जाती है। लेकिन धीरे-धीरे जैसे-जैसे इनका एक्सपीरियंस बढ़ता जाता है। वैसे ही इनका पद और उनकी सैलरी दोनों में काफी बढ़ोतरी देखने को मिलती है।

रिलेशनशिप मैनेजर बनने के लिए क्या-क्या चीज जरूरी है?

जिस भी व्यक्ति को एक रिलेशनशिप मैनेजर को अपने करियर के रूप में चुनना है। तो उसको बीबीए या फिर मार्केटिंग की डिग्री लेनी होगी। आपकी जानकारी के लिए बता दे कि जो बड़ी-बड़ी कंपनियां है वह किसी को उसके एक्सपीरियंस के तौर पर चुनती है कि किस ने ग्राहक सेवा या फिर बिक्री में कितने साल का काम किया हुआ है। इसलिए आपके पास एक्सपीरियंस होना जरूरी है। यदि आपके पास सेल्स फोर्स में प्रमाण पत्र, CRM प्लेटफ़ॉर्म और माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस में पहले का एक्सपीरियंस होता है। तो यह आपके लिए एक बड़ा प्लस पॉइंट हो सकता है।

रिलेशनशिप मैनेजर बनने के लिए क्या-क्या क्वालिटीज होना जरूरी है?

अब हम आपके रिलेशनशिप मैनेजर के अंदर होने वाले कुछ क्वालिटीज के बारे में बताएंगे तो कृपया ध्यान से पढ़े।

सॉफ्ट स्किल्स होना जरूरी है- जिस भी व्यक्ति को रिलेशनशिप मैनेजर करना हो तो उसे यह तो पता होगा कि उसका काम कस्टमर और कंपनी के रिश्ते बनाने का होता है। इसलिए उसके अंदर एक सॉफ्ट स्किल का सेगमेंट तो होना ही चाहिए। एक अच्छी कम्युनिकेशन स्किल्स भी होना जरूरी है। क्योंकि रिलेशनशिप मैनेजर का काम उसके कस्टमर की परेशानी को हल करने का होता है और किसी भी परेशानी को हल करने के लिए उससे पहले उससे बात करना आना चाहिए। इसलिए अच्छी कम्युनिकेशन होना जरूरी है। कस्टमर के साथ-साथ रिलेशनशिप मैनेजर को कार्यकारी नेताओं और कुछ प्रमुख लोगों से भी बातचीत करनी होती है। तो अगर उनके पास एक अच्छा कम्युनिकेशन स्किल होता है तो यह उनके लिए काफी अच्छा माना जाता है।

एक अच्छी कम्युनिकेशन स्किल का मतलब यह नहीं होता कि आपको ज्यादा बात करनी आनी चाहिए। बल्कि आपको अपने कम्युनिकेशन से कस्टमर के साथ एक अच्छा रिलेशनशिप बिल्ड करना आना चाहिए। कम्युनिकेशन ही ऐसी चीज है जो कि आपको ग्राहकों के साथ अच्छी तरह से जोड़ कर रखेगी। और एक टीम बनकर जुटकर साथ हो कर काम करने में भी मदद करेगी।

हार्ड स्किल्स – एक रिलेशनशिप मैनेजर के अंदर सॉफ्ट स्किल्स के साथ-साथ हार्ड स्किल भी होना जरूरी है। हार्ड स्किल के अंदर आपके पास एक एडवांस थिंकिंग होनी चाहिए। साथ ही आपके पास तकनीकी जानकारी भी होना जरूरी है। जितना ज्यादा रिलेशनशिप मैनेजर तकनीकी चीजों के बारे में जानकारी रखेगा उतना ही उसे फायदा होता है।

गणित का ज्ञान होना चाहिए – एक रिलेशनशिप मैनेजर का काम और उसकी जिम्मेदारी फाइनेंशियल चीजों से जुड़ी होती है। साथ ही बिजनेस को आगे बढ़ाने वाले डाटा पर भी ध्यान देना होता है। इसलिए उसके पास गणित का ज्ञान होना चाहिए।

समस्या सुलझाने की क्षमता होनी चाहिए – एक रिलेशनशिप मैनेजर को सबसे ज्यादा कस्टमर की परेशानियों पर ध्यान देना होता है। इसलिए उसके अंदर किसी भी परेशानियां को सुलझाने और उसका समाधान निकालना का कौशल होना चाहिए। जिसके लिए उसे राजनीतिक विचारक होना चाहिए।

FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले सवालो के जबाब) :-

क्या 12 th के बाद रिलेशनशिप मॅनेजर के कोर्स के लिए एडमिशन ले सकते हैं ?

हां ! 12 th के बाद रिलेशनशिप मॅनेजर के कोर्स के लिए एडमिशन ले सकते हैं ।

क्या रिलेशनशिप मॅनेजर कोर्स के लिए 12 th के बाद एंट्रेंस एग्जाम देना कंपल्सरी होता हैं ?

हाँ ! रिलेशनशिप मॅनेजर कोर्स के लिए 12 th के बाद एंट्रेंस एग्जाम देना कंपल्सरी नहीं होता । लेकिन कुछ काॅलेज के लिए एंट्रेंस एग्जाम देना कंपल्सरी होता है ।

इस पोस्ट में हमने आपको रिलेशनशिप मॅनेजर क्या होता हैं , रिलेशनशिप मॅनेजर क्या कार्य करता हैं , रिलेशनशिप मॅनेजर कैसे बनें और रिलेशनशिप मॅनेजर बनने के लिए योग्यता , रिलेशनशिप मॅनेजर बनने के लिए काॅलेज इसके बारे में जानकारी दी हैं । हमारी यह पोस्ट शेयर जरुर किजिए । धन्यवाद !

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