आज की दुनिया electronic media के नए तौर से गुजर रही है। भारत में भी electronic media पिछले 15-20 वर्षों से घर घर में पहुंच गए है। हर एक क्षेत्र में इसका अपना एक अस्तित्व बन गया है। एक रिपोर्ट के अनुसार 80 % परिवारों के पास अपने टेलीविजन सेट है। मेट्रो शहरों में रहने वाले दो तिहाई लोगो के पास अपने घरों में केवल कनेक्शन लगा रखे है। आज के समय में जनसंचार माध्यमों का प्रमुख माध्यम इलेक्ट्रॉनिक मीडिया बन चुका है और इसका सबसे बड़ा माध्यम स्मार्ट फोन है क्योंकि सब कुछ आज कल लोग अपने स्मार्ट फोन की मदद से आसानी से एसेस कर सकते है ।
तो दोस्तों इस आर्टिकल में आपको electronic media के बारे मे संपूर्ण जानकारी मिलने वाली है तो जानने के लिये पूरा लेख जरूर पढ़े।
इलेक्ट्रॉनिक मीडिया क्या है
इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के माध्यम से किसी जानकारी का आदान प्रदान करना या कम्युनिकेशन करना इलेक्ट्रॉनिक मीडिया कहलाता है। सरल शब्दों मे कहे तो इलेक्ट्रॉनिक मीडिया वह माध्यम है जिसके द्वारा हमे घर बेठे digitally सभी जानकारी आसानी से मिल जाती है। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के उदाहरण – टीवी, रेडियो, कंप्युटर और मोबाइल फोन अदि।
electronic media सरलता से अपने दर्शको और श्रोताओं तक सरल भाषा में दिल और दिमाग में पहुंच रहा है। कोई भी खबर हो तुरंत दर्शको तक बहुत सरल भाषा में पहुंचा दी जाती है।
Types ऑफ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया
- टेलीविजन
- रेडियो
- इंटरनेट
- स्मार्टफोन
- ईमेल
- सोशल मीडिया
- टेलीविजन
आप लोगों ने देखा ही होगा की आज के समय में सबसे ज्यादा समय लोग टेलीविजन यानी टीवी देख कर ही समय बिताते हैं। टेलीविजन भी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में ही आता है। टेलीविजन आजकल का एंटरटेनिंग का एक जरिया बन गया है जिसमें तरह-तरह के चैनल दिखाए जाते हैं। जैसे समाचार, सिनेमा, सीरियल, बच्चों के लिए मनोरंजन कार्टून चैनल, खाना पकाना, यात्रा चैनल और डिस्कवरी आदि।
स्मार्टफोन और इंटरनेट
आज के समय में हर दूसरे इंसान के हाथ में स्मार्टफोन देखने को मिलता ही है। वही इंटरनेट की सुविधा होने से स्मार्टफोन की इंपोर्टेंस और भी ज्यादा बढ़ गई है। बच्चे अपनी पढ़ाई के लिए, बड़े अपने कामों के लिए वहीं घर की महिलाएं अपने टाइम पास के लिए स्मार्टफोन का इस्तेमाल करती हैं। स्मार्टफोंस और इंटरनेट दोनों ही सबकी जिंदगी में काफी अहम भूमि निभा रहा है।
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रेडियो
जब लोगों के पास पहले स्मार्टफोन नहीं हुआ करते थे तो वह रेडियो का इस्तेमाल करते थे। रेडियो की मदद से उन्हें रोजाना देश में क्या चल रहा है और साथ ही में तरह-तरह के गाने सुनने को मिलते थे। अब के समय में भी कुछ व्यक्तियों के पास रेडियो होगा। परंतु ज्यादा टेलीविजन और इंटरनेट के आने से रेडियो के इस्तेमाल की मात्रा काफी घट गई है।
इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को इतना पसंद क्यों किया जाता है?
इलेक्ट्रोनिक मीडिया की मदद से लोग अपने खाली समय में भी bore नहीं होते हैं। साथी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में हम कुछ भी देख सकते हैं सुन सकते हैं साथ में पढ़ भी सकते हैं। किसी भी व्यक्ति के पास 24 घंटे इलेक्ट्रॉनिक मीडिया मौजूद होता है आप अपने स्मार्टफोन टीवी या फिर रेडियो आदि के माध्यम से कुछ ही देरी में सारी खबरें जान सकते हैं।
यूजर्स वीडियो देखकर ऑडियो सुनकर भी जानकारी हासिल कर सकते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दे की इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर्यावरण को खराब नहीं करती है साथ ही है एक पेपरलेस मीडिया भी है। अगर आपने कुछ भी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की मदद से पोस्ट या अपलोड किया है तो उसके बाद भी आप उसे बदल सकते हैं चाहे वह कोई फोटो हो वीडियो हो या कोई लेख।
इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की मदद से यूजर्स तुरंत ही एक दूसरों से बात करके अपने विचार को आदान-प्रदान भी कर सकते हैं। पहले के समय में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के न होने के कारण से लोग एक दूसरों से लंबे समय तक मिल नहीं सकते थे। अब जब से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया आया है तब से आप कुछ ही समय में वीडियो कॉलिंग की मदद से एक दूसरे को देख सकते हैं।
electronic media के फायदे
- इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में पिछले कुछ वर्षों में इसमें कभी तेजी से growth हुई है। लोगो का इसके प्रति रुचि भी बढ़ी है इसका प्रभाव आधुनिक समाज में देखने को मिलता है चाहे fashion का प्रचलन हो या आधुनिक गीत का प्रचार प्रसार हर जगह मीडिया कि महत्पूर्ण भूमिका रही है। वर्तमान में गायिका रानू मंडल एक उदाहरण है जिन्हें फर्श से electronic media ने बॉलीवुड की स्टार गायिका के रूप में आसमान पर पहुंचा दिया है इसके अलावा कुछ फायदे इस प्रकार है।
- electronic media के माध्यम से कोई भी न्यूज काफी कम समय मे लोगों तक पहुंच जाती जेसे टीवी न्यूज चैनल, ऑनलाइन यूट्यूब और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म।
- आसानी से दिन दुनिया की खबर मिल जाती है, ऑनलाइन इन्टरनेट की मदद से आप दुनिया के किसी भी कोने की जानकारी ले सकती हो।
- कम लागत लगती है, electronic media के संचालन में काफी कम लागत लगती है आज के समय में कोई भी अपना न्यूज वेबसाइट ब्लॉग और चैनल बना सकता है और लोगों के साथ information शेयर कर सकता है।
- आसानी से एक दूसरे व्यक्ति से कम्युनिकेशन हो सकता है। आजकल हमारे पास कई साधन है एक दूसरे लोगो से बात करने के जैसे फेसबुक,व्हाट्सप्प ,इंस्टाग्राम अदि।
- इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में किसी प्रिंटर या प्रिंटिंग मशीन और पेपर को जरूरत नहीं होती है क्योंकि सब काम digitally ही होते है।
- कभी भी, कंही भी, किसी भी समय कोई भी information आप ले सकते हो इन्टरनेट के माध्यम से।
- आसानी से लोगों में जागरूकता पैदा कर सकते हैं अपना सोशल मीडिया की मदद से विज्ञापन चला सकते हो या कंटेंट बना सकते हो।
- यह दर्शकों को जानकारी देता है कि समाज में क्या हो रहा है। पल पल की खबर लोगो को रहती है यह सब पॉसिबल हो पाया है सिर्फ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के कारन।
- दर्शकों को सही गलत का फर्क बताता है। electronic media पर सभी लोगो का कण्ट्रोल होता है इसलिए क्या होरा है और क्या गलत होरा है ये सबको पता होता है।
- टेलीविजन शो युवा पीढ़ी को नैतिकता और मूल्यों के साथ साथ सही वा गलत के बारे मे सीखता है।
- शैक्षिक टेलीविजन हर एक उम्र के लोगों के लिए है। ऑनलाइन पढ़ाई छात्रों के ज्ञान को बढ़ाता है।
- यह नेशनल जियोग्राफिक, पुरातात्विक कि जानकारी एवं अलग अलग शहरों की जानकारी देता है।
electronic media के नुकसान
- लालच में आकर कभी-कभी गलत जानकारियां लोगों तक पहुंचाते हैं जो कि समाज में ज़हर घोलने का कार्य करती है पिछले कुछ वर्षों में व्यवसायिक लाभ के कारण विशेष समाचारों को प्राथमिकता देने की घटनाओं में भी तेजी से वृद्धि हुई है इसके फलस्वरूप इनकी विश्वसनीयता पर भी प्रश्न उठने शुरू हो गए हैं ।
- भारत में अधिकतर समाचार पत्र एवं न्यूज़ चैनलों का स्वामित्व किसी बड़े उद्यमी घराने के पास होता है जनहित एवं देशहित से अधिक इन्हें अपने उद्यमों के हितों की चिंता रहती है इस प्रकार की पत्रकारिता किसी भी देश के लिए घातक हो सकती है ऐसी पत्रकारिता पर भी देश को लगाम लगाना जरूरी है इसके अलावा कुछ और नुकसान इस प्रकार है।
- electronic media का उपयोग जायदा करने से आंखों की रोशनी पर असर पड़ता है। जिससे कि आंखो को दूर का कम दिखने लगता है।
- टेलीविजन का volume अधिक होने से ध्वनि प्रदूषण होने लगता है।
- electronic media से युवाओं पर गलत प्रभाव पढ़ सकता है क्योंकि ऑनलाइन इन्टरनेट की मदद से सभी चीजे आसानी से पता कर सकते उसमे कुछ गलत चीजे मूवी या गलत चीजों के बारे में जानकारी भी हो सकती हैं। इसकी वजह से छात्र की पढ़ाई में दिक्कत होने लगती है जिससे कि उसके पढ़ाई में नंबर कम आने लगते है।
- electronic media का ज्यादा उपयोग से समय बर्बाद होता है।
इलेक्ट्रॉनिक मीडिया क्या है और इसके उदाहरण ?
इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के माध्यम से किसी जानकारी का आदान प्रदान करना या कम्युनिकेशन करना इलेक्ट्रॉनिक मीडिया कहलाता है। सरल शब्दों मे कहे तो इलेक्ट्रॉनिक मीडिया वह माध्यम है जिसके द्वारा हमे घर बेठे digitally सभी जानकारी आसानी से मिल जाती है। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के उदाहरण – टीवी, रेडियो, कंप्युटर और मोबाइल फोन अदि। जो आज अक्सर डिजिटल रूप से बनाए जाते हैं, लेकिन मुद्रित रूप में अंतिम उपयोगकर्ता द्वारा इलेक्ट्रॉनिक्स तक पहुंचने की आवश्यकता नहीं होती है।
इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की क्या भूमिका है?
आजकल ज्यादातर समाचार इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माद्यम से प्रसारित होते हैं और इलेक्ट्रॉनिक रूप से पढ़े जाते हैं और इसी तरह विज्ञापन भी होते हैं। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, सामान्य रूप से, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के माध्यम से लोगों को एक-दूसरे से जोड़कर संचार को आसान बनाता है।
इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के क्या लाभ हैं?
इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का सबसे बड़ा लाभ शीघ्र संचरण है। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से संचार करने के लिए इसे केवल कुछ सेकंड की आवश्यकता होती है। बस एक क्लीक की मदद से कुछ इनफार्मेशन शेयर कर सकते है। व्यापक कवरेज: दुनिया भर में संचार के लिए केवल एक सेकंड की आवश्यकता होती है। कम लागत: इलेक्ट्रॉनिक संचार से समय और धन की बचत होती है।
इलेक्ट्रॉनिक मीडिया समाज के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?
टेलीविजन, रेडियो और इंटरनेट जैसे मीडिया आम जनता की समग्र जागरूकता बढ़ाते हैं। वे हमें दुनिया भर से जानकारी प्रदान करके सामान्य ज्ञान को बढ़ाते हैं। विभिन्न मीडिया के माध्यम से प्रसारित समाचार हमें दुनिया में दिन-प्रतिदिन की घटनाओं के बारे में जानने में मदद करते हैं।
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हे दोस्तों, मेरा नाम गोविन्द है में इस ब्लॉग GtechHindi का फाउंडर और सीनियर एडिटर हूँ। मैं By Profession ऑटोमोबाइल इंजीनियर हूँ और By Passion डिजिटल मार्केटिंग और ब्लॉग्गिंग करता हूँ जो की मेरा शौक है।
मेरे शौक के बारे में – मुझे सोशल मीडिया, डिजिटल मार्केटिंग, इंटरनेट, कंप्यूटर और इंजीनियरिंग कला में रुचि है। मैं हमेशा कुछ नया सीखने की कोशिश करता हूं, क्योंकि अगर आपके पास ज्ञान है कुछ नया कर सकते हैं।
“मंजिल तो मिल ही जाएगी, भटक के ही सही, गुमराह तो वो हैं जो घर से निकले ही नहीं”
” be the best version of yourself”